Wednesday, 29 December 2021
बेटे की शादी के बाद काम पर लौट एक्टर मिलिंद गुणाजी। पर्यावरण संरक्षण औऱ पक्षी बचाओ के खास प्रदर्शनी में हुए शामिल !
Friday, 24 December 2021
OMG ! Actress Urvashi Sharma effortlessly lifts 80 kilos! Video Goes Viral on Social Media
Wednesday, 22 December 2021
The Black Horse Grows Wings!
When the world shut down due to pandemic, the Kala Ghoda Art Festival (KGAF), one of the largest multicultural festivals in the world, went global with its digital avatar, hosting over 70 online programs across nine days. This was last year.
2022 February brings with it the proverbial phoenix with the KGAF theme ‘Udaan’, lending it new wings.
The wind beneath the wings will be the main venues over 9 days including the beautiful 100 year old heritage building – Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Sangrahalaya (formerly Prince of Wales Museum) which contains the Children’s Museum, Coomaraswamy Hall, the Amphitheatre, the lawns and some beautiful outdoor spaces; Max Mueller Bhavan – which has a respected exhibition space dedicated to art and architecture, The NGMA Auditorium, Horniman Circle Garden, Kitab Khana, the streets and Kala Ghoda precinct. Since the streets will not be blocked this year, the ground installations are minimal, and they will have mostly aerial Visual Arts installations, keeping with the theme Udaan, replete with décor lighting as well. In the past, murals have been painted on some building facades. The KGAF is working on art installations that extend beyond the precinct as well.
Keeping in mind COVID protocols, social distancing and registrations are a must to prevent random walk-ins. Double vaccination certificates will be checked, and for children traveling with parents, the Aarogya Setu app will be checked.
Workshops, heritage walks and street plays will be conducted as well as the visual art installations, literature, theatre, cinema, music and dance events among others.
KGAF has always drawn unprecedented crowds. The waiting list will be long! However, all programs are free and no tickets will be sold. Each person entering the venues will be registered.
Considering that Kala Ghoda Art Festival’s mandate is to use its surplus funds to restore buildings and heritage monuments in and around the area with restored projects like the Muljee Jetha Fountain, the K.E Synagogue and Bomanjee Hormarjee Clock Tower, which have been awarded UNESCO awards.
Brinda Miller, Festival Director, KGAF, is elated. "Kala Ghoda Art Festival's date with Mumbai is again keeping with our promise for the 23rd year, celebrating art and culture in its finest form. Our partners and collaborators are holding hands with us once again to ensure that the spectacular return of the on-ground festival is as radiant as ever. To avoid overcrowding and to adhere to Covid protocols, we have focused more on aerial installations, and fewer ground events. Also, our stalls are virtual with the Kala Ghoda Art Kart (KGAK) opening the marketplace to the world, in terms of both participation and purchase. And of course, the art kart is open through the year, starting Dec 10. We are looking forward to everyone joining our proverbial Dark Horse that has taken wings with the concept, Udaan that strengthens our global footprint in 2022."
Here’s to support the 22-year-old iconic festival that draws over half a million people from all walks of life and see it grow its patronage from strength to strength yet again...
Monday, 20 December 2021
काळा घोडा आर्ट कार्ट (KGAK) १० डिसेंबर २०२१ ते ३० नोव्हेंबर २०२२ पर्यंत
काळा घोडा असोसिएशनने खास क्युरेट केलेल्या ऑनलाइन मार्केटप्लेसचा उद्देश भारतभर पसरलेल्या अस्सल कला निर्माण करणारे समुदाय आणि लहान-लहान कारागीर यांच्यातील दरी भरून काढणे हा आहे. “आर्ट कार्टच्या माध्यमातून आमचा प्रयत्न, शिल्पकारांच्या अनोख्या कथा आणि निर्मिती समोर आणण्याचा आहे. काळा घोडा आर्ट कार्ट फेब्रुवारीच्या नऊ दिवसांपुरता मर्यादित राहणार नाही तर वर्षभर चालेल. त्यामुळे काळा घोडा परिसर कलाकारांचे आश्रयस्थान म्हणून समोर येईल.” असे काळा घोडा असोसिएशनच्या अध्यक्षा ब्रिंदा मिलर यांनी सांगितले.
काळा घोडा आर्ट कार्टमध्ये भारतातील कुशल कारागिरांनी बनवलेल्या कापडी दागिन्यांपासून ते स्कार्फ, शर्ट्स आणि घरासाठींच्या शोभेच्या वस्तूंपर्यंत सर्व प्रकारचे स्टॉल्स असतील. या आर्ट कार्टसाठी देशभरातून एकूण ५०० पेक्षा जास्त कारागिर, संस्थांनी रुचि दर्शवली होती. त्यापैकी सर्वोत्कृष्ट अशा ५० पेक्षा जास्त कलाकार आणि कारागिरांना काळा घोडा आर्ट कार्टमध्ये संधी देण्यात येणार आहे. “काळा घोडा आर्ट कार्टमधील अनेक स्टॉल भारतातील विविध राज्यांतील आहेत. आम्ही किरकोळ विक्रेत्यांच्या तुलनेत कारागिरी आणि डिझाइन्सकडे जास्त लक्ष देतो. पारंपारिक भारतीय कला शैलींवर लक्ष केंद्रित करून कलेक्शनमध्ये पर्यावरणपूरक आणि समकालीन उपयुक्तता मूल्य शोधतो,” अशी माहिती काळा घोडा आर्ट कार्टचे क्यूरेटर मयंक वल्लेशा यांनी दिली.
आर्ट मार्टमध्ये येणाऱ्या रसिकांना हरियाणातील हिस्सार येथील हाताने नक्षीकाम केलेली सुंदर पादत्राणे, कोरड्या पानांपासून बनवलेल्या प्रिंटच्या साड्या, अहमदाबादमधील प्लास्टिकच्या कचऱ्यापासून बनवलेल्या पिशव्या आणि छत्तीसगढच्या बस्तर जिल्ह्यातील सुक्या दूधीपासून आणि कागदापासून बनवलेले विंड चाइम आणि दिवे येथे पाहायला आणि विकत घ्यायला मिळतील.
देशात अजूनही अशा काही व्यक्ती आणि गट आहेत ज्यांनी अजूनही पारंपरिक विणकाम टिकवून ठेवले आहे. अशा व्यक्ती आणि संस्था जागतिक व्यासपीठावरही पाहायला मिळतात. या संस्था व्यक्ती पारंपरिक अभिव्यक्ती, योजना आणि कलाकृतींचा वापर सध्याच्या महानगरीय जीवनासाठी उपयुक्त ठरतील अशा प्रकारे तयार करतात.
“हरित आणि हवामान/प्राण्यांसाठी काम करणाऱ्या संघटनांना देखील आम्ही या कार्टमध्ये स्टॉल्स लावण्यासाठी आग्रह केला आहे. जगामध्ये चांगले काम करून जीवनमान सुधारण्यास मदद करण्यास तयार असलेल्या व्यक्ती आणि संस्थांना KGAK मदत करण्यास सतत सक्षम आहोत.” असेही ब्रिंदा मिलर यांनी यावेळी सांगितले.
Saturday, 11 December 2021
साल 2022 में हैं एक्ट्रेस दिव्या दत्ता का हैं ये खास एजेंडा! परफेक्ट अचीवर अवार्ड पर बताई ये बात
हाल ही में दिव्या को आइकोनिक परफेक्ट वर्सटाइल एचीवर का अवार्ड दिया गया। ये अवार्ड दिव्या को इंडस्ट्री में उनके अमूल्य सहयोग और महिला शक्ति को उजागर करने के लिए दिया गया । परफेक्ट मैगज़ीन की एडिटर डॉ. खुशी गुरुभाई कहती हैं कि " हम हमेशा से उन महिलाओं को सलाम करते हैं जो बड़ी ही निर्भीकता से महिला सशक्तिकरण की बात करती हैं और समाज में बेबांकी से अपनी बात रखती हैं। जब हमने दिव्या के सपोर्टिंग एक्ट्रेस कहे जानेवाले उनके स्टेटमेंट को पढ़ा तब मैं इनकी दिलेरी मान गयी "
हाल ही में दिव्या ने उन्हें सपोर्टिंग एक्ट्रेस बुलाये जाने की तीखी आलोचना की थी उन्होंने कहा था कि उन्हें वर्सटाइल एक्ट्रेस कहे न कि सपोर्टिंग ।
इस अवार्ड फंक्शन में दिव्या ने साल 2022 में उनके खास एजेंडे के बारे में बात की । दिव्या ने कहा कि " मेरी आनेवाली फिल्में दिबाकर बनर्जी की 'तीस ' हैं। डायरेक्टर उमेश शुक्ला की 'आंख मिचौली ' , कंगना रानौत की 'धाकड़ ' और 'शर्मा जी बेटी'.
इसके अलावा दिव्या ने बताया कि बहुत ही जल्द वो एक बड़े ओटीटी प्लेटफार्म के लिए शो कर रही हैं । उनके पास 3 शार्ट फिल्में हैं और वह एक इंटरनेशनल फिल्म भी कर रही हैं। इसके अलावा दिव्या की शार्ट फिल्म 'शीर खुरमा' काफी फेस्टिवल्स में धूम मचा रही हैं। यू कहे कि आनेवाला साल दिव्या दत्ता के लिए और उनके चाहनेवालों के लिए ढेर सारी सौगात लेकर आ रहा हैं।
Friday, 10 December 2021
Esha Deol bags Iconic Perfect Achiever Actor-Producer Award
Actor Esha Deol Takhtani, who has proved her mettle of being the chip off the old block became producer this year with short film Ek Dua where she was the lead actor as well.
This besides her latest web show on Hotstar titled Rudra: The Edge of Darkness, alongside Ajay Devgn. While the web show is slated to release in early 2022, Esha has bagged the Iconic Perfect Achievers' Award as Actor-Producer for her award-winning performance in Ek Dua.
Says Dr Khooshi Gurubhai, Editor, Perfect Woman Magazine, the driving force behind the awards, "Esha chose a film that brought to light the evils of gender discrimination and skewed gender dynamics that affect Indian families. We are proud of her as an actor, and more proud that she chose such a subject. She truly deserves this award."
More power to Esha!
Monday, 6 December 2021
Rupali Suri lauded for her performance in Dad, Hold My Hand
Saturday, 4 December 2021
Thursday, 2 December 2021
एक फोन कॉल से हुए राज़ी, एक्टर कबीर बेदी ने इस फिल्म की शूटिंग के लिए तय किया 8 घण्टे का रोज़ाना सफर !
अपने वक्त के सफल अभिनेता और हैंडसम हंक कबीर बेदी का जलवा 75 साल की उम्र में भी बरकरार हैं। वेब सीरीज़ हो या फिल्म हो, कबीर बेदी की मौजूदगी अपने आप मे खास हैं और उनके चाहनेवालों की दुआएं भी उनके साथ हैं।
बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्मों में अपने अदाकारी का लोहा मनवा चुके कबीर बेदी को किसी भी रोल के लिए राजी करना आसान काम नही हैं। लेकिन हाल में एक फिल्म की नरेशन फोन पर ही सुनने के बाद मि.बेदी ने तुरंत हामी भर दी , अब चाहे उस फिल्म की शूटिंग के लिए उन्हें घंटो भर ट्रेवल क्यों न करना पड़े।
जी हां, फिल्म 'द जांगीपुर ट्रायल' के डायरेक्टर देबादित्य बंदोपाध्याय और क्रिएटिव प्रोड्यूसर अमित बहल ने जब कबीर बेदी को फोन पर कहानी सुनाई, तब उन्हें फिल्म का प्लाट बेहद पसंद आया और उन्होंने तुरंत हामी भर दी।
और शूटिंग के लिए सबसे पहली फ्लाइट लेकर वो सिटी ऑफ जॉय यानि कि कोलकाता पहुँचे जहाँ से 8 घंटे और अंदर जांगीपुर, मुर्शिदाबाद, मोरेगांव,अज़ीमगंज और बेहरामपुर जैसे कोसो दूर लोकेशन पर पहुँचते थे।
हर दिन उसी जोश के साथ सेट पर आते थे जैसे पहले दिन ।सेट पर बाकी स्टार कास्ट उनका खुले दिल से स्वागत करते थे। कबीर बेदी कहते हैं कि " मुझे फिल्म की कहानी ,उसका प्लाट और स्टार कास्ट बहुत अच्छी लगी। इसमें इतने अच्छे अभिनेता हैं जो अपने उम्दा अभिनय से फिल्म को एक अलग ही मुकाम पर लेकर जाएंगे ।"
75 साल की उम्र में 150 फिल्में कर चुके, इंडियन , अमेरिकन और इटालियन फिल्मो में तूफानी पारी खेल चुके एक्टर कबीर बेदी की कड़ी मेहनत फिल्म' द जांगीपुर ट्रायल " में भी नजर आएगी।
अगर शूटिंग लोकेशन की बात की जाए तो 'द जांगीपुर ट्रायल' की शूटिंग ऐसी जगहों पर हुई है जहाँ पर आज तक किसी हिंदी फिल्म की शूटिंग नही की गई हैं। पश्चिम बंगाल से भी 8 घंटे दूर इन खूबसूरत जगहों पर प्रकृति अपनी बाहें पसारे हुए हैं। वहाँ की खूबसूरत हवेलियों और नजारों को डायरेक्टर ने इस फिल्म में कैप्चर किया है । फिल्म की कहानी इतनी दमदार लगी कि शहर से 8 घण्टे लगातार अंदर गांव के तरफ रोजाना सफर करने के बावजूद ये सारे सितारे उत्साहित रहते थे।
फिल्म 'द जांगीपुर ट्रायल' एक मल्टीस्टारर फिल्म हैं । हर किरदार अपने आप में काफी अहम हैं। हर किसी के तार कहानी से जुड़े हैं । कबीर बेदी के अलावा फिल्म में अहम किरदार में हैं ज़ाकिर हुसैन, जावेद जाफरी जिनके वृजेश हिरजी,कनन अरुणांचल,अमित बहल, इश्तेयाक खान, सुशील पांडे, रवि झंकल, जय उपाध्याय, दीपक काज़ीर, समीक्षा भटनागर, चिराग वोरा, राजेश खट्टर और सताब्दी रॉय। जो वेस्ट बंगाल में 3 बार मेंबर ऑफ पार्लियामेंट रह चुकी सुपरस्टार , और इस फिल्म से बॉलीवुड में अपना हाथ आजमाने जा रही हैं।
सच्ची घटना पर आधारित ये फिल्म, गोल्डन एरा में सिंगल थिएटरस में हो रही हलचल को दिखाएगी और वही से पनपे एक मर्डर मिस्ट्री को । जिसे सुलझाने के रोमांचक सफर को जांगीपुर ट्रायल में बखूबी दिखाया जाएगा।
Monday, 29 November 2021
Pyarelal Sharma, Mala Sinha, Prem Chopra, Nana Patekar, Sanjay Raut felicitated With Master Deenanath Mangeshkar Awards
Master Deenanath Mangeshkar Smruti Pratishthan felicitated legends from the field of music, drama, art and social work with the prestigious Deenanath Mangeshkar Award and other awards of the Trust on Wednesday, November, 24, 2021 at Deenanath Mangeshkar Natyagriha, Vile Parle, Mumbai.
This year, the Master Deenanath Mangeshkar Award (Jeevan Gaurav Puraskar) for music and art was conferred upon the legendary Pyarelal Sharma for his dedicated service to the Indian Music and Cine industry while veteran songstress Usha Mangeshkar was felicitated with the Deenanath Puraskar for her contribution to music. The Deenanath Vishesh Puraskar was awarded to veteran singer-composer Meena Mangeshkar-Khadikar for her contribution to music and Prem Chopra for his dedicated services in the field of Cinema.
Indian and Marathi Regional veteran actor Nana Patekar received a well-deserved Deenanath Vishesh Puraskar for his life-long service to theatre and cinema while MP, Rajya Sabha and Editor of Saamana, Sanjay Raut was felicitated for his dedicated service in the field of editorial.
Mala Sinha was awarded with the same for her dedicated service in the field of Cinema. The Vagvilasini Puraskar for Literature was awarded to Santosh Anand for his dedicated service in the field of literary arts while poetess Neeraja was recognized for her contribution to Poetry and Literature. Dr Pratit Samdani, Dr Rajeev Sharma, Dr Janardan Nimbolkar, Dr Ashwin Mehta, Dr Nishit Shah and Dr Sameer Jog were felicitated for their dedicated services in the field of medicine and healthcare.
“In memory of Master Deenanathji, whose monumental contributions as singer, musician and stage artistes have been an inspiration to the people of Maharashtra and India, the Mangeshkar family organises the Master Deenanath Mangeshkar Smruti Pratishthan Awards to honour legends. We are glad that we have the love and support of the masses.” echoed Hridaynath Mangeshkar and Usha Mangeshkar.
Established and nurtured by the Mangeshkar family for the last 31 years, the Pune based registered public charitable trust organizes the coveted award function on 24th April i.e. memorial day of Master Deenanath Mangeshkar. However, the function for the last two years on 24th April, 2020 and 24th April, 2021 could not be possible due to worldwide pandemic, so the Mangeshkar family decided to felicitate this on Wednesday, November, 24, 2021 this year.
The award function ceremony was followed by an entertaining musical performed by Dr Rahul Deshpande, the Master of Ceremonies was Harish Bhimani. The event was presided by Rajiv Khandekar, Executive Editor, ABP Majha.
The 79th Master Deenanath Mangeshkar Punyatithi was jointly organised by Master Deenanath Mangeshkar Smruti Pratishthan and Avinash Prabhavalkar of Hridayesh Arts.
Tuesday, 23 November 2021
CINTAA & CAWT Committees Express Gratitude For MCGM Support
Present at the meeting were SVP Manoj Joshi, Treasurer Abhay Bhargav, Hetal Parmar and Tej Sapru of CINTAA along with Johnny Lever, Ms. Priti Sapru and Secretary J D Tiwari of CAWT.
Friday, 19 November 2021
संगीतकार प्यारेलाल, प्रेम चोप्रा, नाना पाटेकर, संजय राऊत, माला सिन्हा यांना प्रतिष्ठित मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार जाहीर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांच्या हस्ते होणार सन्मान
मुंबई- संगीतकार प्यारेलाल, प्रेम चोप्रा, नाना पाटेकर, संजय राऊत, मीना मंगेशकर खडीकर यांना यंदाचे मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार जाहीर करण्यात आले आहेत. दीनानाथ मंगेशकर स्मृती प्रतिष्ठानतर्फे देण्यात येणाऱ्या पुरस्काराची आज घोषणा करण्यात आली. बुधवार, २४ नोव्हेंबर, २०२१ रोजी दीनानाथ मंगेशकर नाट्यगृह, विलेपार्ले येथे प्रतिष्ठित दीनानाथ पुरस्कार आणि ट्रस्टच्या इतर पुरस्कारांनी संगीत, नाटक, कला आणि सामाजिक कार्य क्षेत्रातील दिग्गजांचा सत्कार करण्यात येणार आहेत. महाराष्ट्राचे मुख्यमंत्री श्री. उद्धव ठाकरे हे या कार्यक्रमाचे प्रमुख अतिथी असून त्त्यांच्या हस्ते पुरस्कार प्रदान करण्यात येणार आहेत.
या वर्षी, संगीत आणि कलेसाठी मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार (जीवन गौरव पुरस्कार) दिग्गज संगीतकार प्यारेलाल शर्मा यांना त्यांच्या भारतीय संगीत आणि सिने उद्योगातील समर्पित सेवेसाठी घोषित करण्यात आला आहे. ज्येष्ठ गायिका उषा मंगेशकर यांना त्यांच्या संगीत क्षेत्रातील योगदानासाठी दीनानाथ पुरस्कार तर दीनानाथ ‘विशेष पुरस्कार’ ज्येष्ठ गायिका-संगीतकार मीना मंगेशकर-खडीकर यांना देण्यात येणार आहे. प्रख्यात अभिनेते प्रेम चोप्रा यांनाही चित्रपट क्षेत्रातील त्यांच्या समर्पित सेवेबद्दल पुरस्कार प्रदान करण्यात येणार आहे.
मराठी आणि हिंदी चित्रपटसृष्टीत स्वतःचा वेगळा ठसा उमटवणारे प्रख्यात अभिनेते नाना पाटेकर यांनाही रंगभूमी आणि चित्रपटसृष्टीतील आयुष्यभराच्या सेवेबद्दल मास्टर दीनानाथ विशेष पुरस्कार घोषित करण्यात आला आहे. खासदार-राज्यसभा आणि सामनाचे संपादक संजय राऊत यांनाही पत्रकारितेच्या क्षेत्रातील उल्लेखनीय कामगिरीसाठी विशेष पुरस्कार देऊन गौरवण्यात येणार आहे.
चित्रपट क्षेत्रातील समर्पित सेवेबद्दल माला सिन्हा यांनाही विशेष पुरस्कार देण्यात येणार असून साहित्य क्षेत्रातील कामगिरीसाठी देण्यात येणारा वागविलासिनी पुरस्कार संतोष आनंद यांना घोषित करण्यात आला आहे. कवयित्री नीरजा यांना कविता आणि साहित्यातील योगदानाबद्दल गौरविण्यात येणार आहे. याशिवाय डॉ. प्रतीत समदानी, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. जनार्दन निंबोळकर, डॉ. अश्विन मेहता, डॉ. निशित शहा आणि डॉ समीर जोग यांचा औषध आणि आरोग्य सेवा क्षेत्रातील समर्पित सेवेबद्दल विशेष पुरस्कार घोषित करण्यात आला आहे.
पुरस्कारांची घोषणा बरताना हृदयनाथ मंगेशकर आणि उषा मंगेशकर यांनी सांगितले, “गायक, संगीतकार आणि नाट्य अभिनेते म्हणून मास्टर दीनानाथजी यांचे महाराष्ट्र आणि देशभरातील कलाप्रेमींसाठी अतुलनीय आणि प्रेरणादायी योगदान आहे. त्यांच्या स्मरणार्थ, मंगेशकर कुटुंब दिग्गजांना सन्मानित करण्यासाठी मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृती प्रतिष्ठानतर्फे पुरस्कार घोषित केले जातात. गेल्या अनेक वर्षांपासून आम्हाला जनतेचे प्रेम आणि पाठिंबा मिळत आहें आणि याचा आम्हाला खूप आनंद आहे.”
दीनानाथ मंगेशकर स्मृती प्रतिष्ठानची मंगेशकर कुटुंबाने ३१ वर्षांपूर्वी स्थापना केलेली असून या संस्थेची नोंदणी पुणे येथील सार्वजनिक धर्मादाय ट्रस्टमध्ये करण्यात आलेली आहे. दीनानाथ मंगेशकर स्मृती पुरस्कार सोहळा दरवर्षी मास्टर दीनानाथ मंगेशकर यांच्या स्मृतिदिनी म्हणजे 24 एप्रिल रोजी आयोजित केला जातों. परंतु गेल्या दोन वर्षांपासून कोरोना साथीमुळे हा पुरस्कार सोहळा आयोजित करणे शक्य झाले नव्हते. मात्र यंदा हा पुरस्कार सोहळा २४ नोव्हेंबर २०२१ रोज़ी आयोजित करण्याचा निर्णय मंगेशकर कुटुंबीयांनी घेतलेला आहे. या पुरस्कार सोहळ्यात हृदयेश आर्ट्स तर्फे आयोजित डॉ. राहुल देशपांडे यांच्या सुमधूर गायनाचा कार्यक्रम आयोजित करण्यात आलेला आहे.